Uttarakhand: दूनागिरी मंदिर तक पहुंची जंगल की आग, चारों तरफ लपटें देख जान बचाने के लिए भागे श्रद्धालु
Uttarakhand News: मंदिर को चारों तरफ से आग से घिरा देख श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। जान बचाने के लिए श्रद्धालु इधर-उधर भागने लगे!

उत्तराखंड में जंगल की आग अब डराने लगी है। रविवार को अल्मोड़ा में जंगल की आग का कहर मंदिर तक जा पहुंचा। दूनागिरी मंदिर को अचानक आग की लपटों ने घेर लिया। चारों तरफ से जंगल की आग मंदिर के बिल्कुल करीब पहुंच गई। आग को देखते ही वहां श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। श्रद्धालु जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
गनीमत रही कि वन विभाग की टीम ने त्वरित मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। इससे बड़ी घटना होने से बच गई और श्रद्धालु सुरक्षित बच गए। कुमाऊं चीफ पीके पात्रो, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं कोको रोशे ने भी मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया और उन्होंने वन कर्मियों और अधिकारियों को जल्द आग को नियंत्रित करने के निर्देश दिए।
“886 से ज्यादा घटनाएं, अब तक पांच की मौत, बता दें कि इस फायर सीजन में जंगल की आग की 886 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। जिसकी चपेट में आकर अब तक पांच की मौत हो चुकी है। वहीं, पांच लोग घायल हो चुके हैं। साथ ही 1107 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।“
वनाग्नि रोकने के लिए रिस्पांस समय कम से कम हो : सीएम
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम और ग्रीष्मकाल में पेयजल की समस्या के समाधान को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक ली। उन्होंने कहा कि वनाग्नि की घटना पर रिस्पांस समय कम से कम हो। निचले स्तर से लेकर ऊपरी स्तर के प्रत्येक अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या अधिक है वहां वैकल्पिक रूप से टैंकर आदि के जरिये पानी की आपूर्ति कराई जाए। सूख चुके हैंडपंपों के कारणों की जांच कर उन्हें ठीक कराया जाए।