उत्तराखंड में यहां पलटी श्रद्धालुओं से भरी गाड़ी…कई घायल, प्रदेश में और सताएगी गर्मी; पढ़ें खबरें
Kumaon News: पूर्णागिरि जा रही श्रद्धालुओं से भरी मैक्स पलटी जिसमें 18 लोग सवार थे। अभी लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। 15 जून के आसपास उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश की संभावना है। पढ़िए कुमाऊं की बड़ी खबरें
1- पिथौरागढ़ हाइवे पर ककराली गेट के पास श्रद्धालुओं से भरा मैक्स वाहन ओवर टेक करने के प्रयास में रेलिंग से टकराकर सड़क में पलट गई। इससे सवारियों में कोहराम मच गया। आस पास के लोगों ने तत्काल घायलों को वाहन से निकाला। नौ घायलों काे उप जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों टीम घायलों के इलाज में जुटी रही। सभी श्रद्धालु यूपी के जिला कासगंज के आपस में रिश्तेदार और परिचित हैं।
2- राष्ट्रीय राजमार्ग 109 गोरापड़ाव क्षेत्र में सड़क निर्माण के दौरान बाधक बन रहे भवन एवं दुकान को स्वामियों ने मुआवजा लेने के बावजूद निर्माण कार्यों को नहीं हटाया। सोमवार को जब राजस्व अधिकारी संबंधित लोगों को निर्माण कार्य को हटाने संबंधी नोटिस तामील कराने पहुंचे तो राजस्व अधिकारियों के सामने ही एक भवन स्वामी ने नोटिस फाड़कर फेंक दिया। बाद में प्रशासन ने पुलिस फोर्स की मौजूदगी में दो दुकानें एवं दो भवनों को ध्वस्त कर दिया।
3- अभी लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। 15 जून के आसपास उत्तराखंड में प्री-मानसून बारिश की संभावना है। तब तक मैदानी जिलों में पारा 43 डिग्री के पार जाने की आशंका है। उत्तराखंड के मैदानी जिलों में अगले तीन दिन हीट वेव को लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया गया है और मौसम विभाग ने सतर्क रहने की सलाह दी है।
4- हाईकोर्ट को कुमाऊं से गढ़वाल शिफ्ट किए जाने की कवायद के बीच युवा, छात्र और लॉ विद्यार्थी भी मुखर हो गए हैं। उनका की कहना है कि हाईकोर्ट कुमाऊं से अन्यत्र शिफ्ट कतई नहीं किया जाना चाहिए। अगर नैनीताल से शिफ्ट किया जाना जरूरी ही है तो इसे हल्द्वानी, रामनगर या ऊधमसिंह नगर जिले में कहीं किया जाना चाहिए। कइयों का कहना है कि कुमाऊं से अगर हाईकोर्ट शिफ्ट हुआ तो रोजगार भी शिफ्ट हो जाएगा, जो कुमाऊं के साथ गलत होगा। सभी का मत है कि जगह की कमी के कारण हाईकोर्ट को यहां से गढ़वाल शिफ्ट करना सही नहीं है, जगह तो कुमाऊं में भी कम नहीं है। नैनीताल में अगर जगह नहीं है तो ऊधमसिंह नगर में हाईकोर्ट के लिए पर्याप्त जगह है।
5- आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं लेकिन संबंधित रूट पर सड़क से लेकर स्वास्थ्य, सार्वजनिक परिवहन समेत कई क्षेत्र हैं जहां पर सुविधाओं को बढ़ाने की दरकार है। यह कमी पर्यटकों की परीक्षा ले सकती है।