उत्तराखंड के 15 बांधों में बाढ़ के हालात पैदा होने पर अब देहरादून में बैठे विशेषज्ञ भी अलर्ट कर सकेंगे। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने देहरादून स्थित नियंत्रण कक्ष में इन बांधों का शैडो कंट्रोल ले लिया है। पहली बार यूएसडीएमए ने शुरुआत की है।
दरअसल, पिछले दिनों बांधों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक हुई थी जिसमें कई तथ्यों पर चर्चा हुई। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने आपदा से पहले ही बांधों की सुरक्षा को लेकर सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए थे। इस बीच देहरादून स्थित आपदा प्रबंधन के नियंत्रण कक्ष में सभी बांधों का शैडो कंट्रोल लिया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अगर कहीं बाढ़ या भयंकर आपदा जैसे हालात हुए और स्थानीय बांध के स्तर पर उसकी चेतावनी जारी न हो पाई तो शैडो कंट्रोल के माध्यम से देहरादून स्थित कंट्रोल रूम से ही नियंत्रण किया जा सकेगा। इससे बांध का सायरन यहीं से बज जाएगा और स्थानीय स्तर पर लोगों को बांध के बाढ़ से सुरक्षित किया जा सकेगा। आपको बता दें कि फरवरी 2021 में ऋषिगंगा बाढ़ में करीब 200 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले भी बांधों में बाढ़ की वजह से कई हादसे होते आए हैं।
- इन बांधों का नियंत्रण देहरादून में
- बांध जिला
- बैगुल डैम ऊधमसिंह नगर
- बौर डैम ऊधमसिंह नगर
- भीमताल डैम नैनीताल
- धौलीगंगा डैम पिथौरागढ़
- धोरा डैम ऊधमसिंह नगर
- हरिपुर डैम ऊधमसिंह नगर
- इछाड़ी डैम देहरादून
- जमरानी डैम नैनीताल
- कोटेश्वर डैम टिहरी
- लखवाड़ डैम देहरादून
- मनेरी डैम भटवाड़ी
- नानक सागर डैम ऊधमसिंह नगर
- रामगंगा डैम गढ़वाल
- टिहरी डैम टिहरी
- तुमारिया डैम ऊधमसिंह नगर