
जिले के टनकपुर क्षेत्र में शारदा कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार करने के लिए परामर्श दाई संस्था मेकेंजी को दायित्व सौंपा गया है। शासन के निर्देश पर शुक्रवार को कॉरिडोर के निर्माण के संबंध में पूर्व की तैयारी, सुझाव के संबंध में तहसील सभागार में बैठक हुई। जिलाधिकारी पांडे ने वर्चुअल सुझाव और अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में धार्मिक, साहसिक पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य के कारण आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मां पूर्णागिरि शक्तिपीठ, स्वामी विवेकानंद के आश्रम, तीर्थ स्थल रीठा साहिब, गुरु गोरखनाथ मंदिर का जिम कॉर्बेट की कर्म स्थली के साथ ऐतिहासिक महत्व भी है। पूर्णागिरि मेले में लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं। मेले का वर्ष भर संचालित करने के लिए विभिन्न सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत काॅरिडोर का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
मैकेंजी संस्था के प्रतिनिधि अगम सचदेवा ने कहा कि शारदा के साथ-साथ संपूर्ण चंपावत को फोकस करना है। परियोजना के अंतर्गत शारदा घाट के सौंदर्यीकरण, पार्किंग स्थल निर्माण, पाथ वे, सड़क निर्माण, ड्रेनेज व्यवस्था आदि सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
बैठक में एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, एसडीएम आकाश जोशी, अपर मुख्य अधिकारी जिपं भगवत पाटनी, जल संस्थान ईई बिलाल युनुस, एआरटीओ सुरेंद्र कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ आदि मौजूद रहे।
मां पू्र्णागिरि सर्किट के निर्माण का प्लान भी काॅरिडोर से जोड़ा जाए
टनकपुर। जिलाधिकारी नवनीत पांडेय ने कहा कि शारदा कॉरिडोर के अंतर्गत पूर्णागिरि सर्किट के निर्माण के साथ ही शारदा घाटों का निर्माण, सौंदर्यीकरण, अवस्थापना सुविधाएं विकसित की जाएं। पूर्णागिरि से श्यामलाताल, मूल सिद्ध बाबा, रंकुची मंदिर, गुरु गोरखनाथ आदि स्थानों को जोड़ते हुए एक सर्किट बनाकर इस मेले को बारहमासी किया जाना है। इसके लिए एक विस्तृत प्लान शारदा कॉरिडोर परियोजना में जोड़ा जाए। इस दौरान एसडीएम आकाश जोशी और मैकेंजी के प्रतिनिधियों ने बनबसा से लेकर ठूलीगाड़, भैरव मंदिर के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर शारदा काॅरिडोर के निर्माण किए जाने वाले कार्यों की जानकारी भी ली।