उत्तराखंड में मानसून अंतिम चरण में है। लेकिन विदाई से पहले राज्य के पर्वतीय जिलों में मौसम अपना तेवर दिखाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 11 से 14 सितंबर तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, मौसम वैज्ञानिकों ने हिदायत देते हुए कहा कि संवेदनशील इलाकों में दिन के साथ रात में भी सतर्कता बरतें।
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार आज (बुधवार) हरिद्वार, उत्तरकाशी और टिहरी जिले के कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश होने के आसार हैं। कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। वहां तेज गर्जना के साथ भारी से भारी बारिश होने की भी संभावना है। देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया।
घंटे भर में 33 एमएम से अधिक बरसे मेघ
राजधानी देहरादून में मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश से कई जगह जलभराव की समस्या देखने को मिली। आलम यह रहा कि घंटे भर में 33 एमएम से अधिक बारिश हुई, जो सामान्य बारिश से 20 फीसदी अधिक है। सबसे ज्यादा बारिश विकासनगर में 59 एमएम हुई। जबकि देहरादून शहर में 39.5, माेहकमपुर में 33.1 और करनपुर में 19.5 एमएम बारिश हुई।
उत्तराखंड में मानसून की विदाई की आधिकारिक तिथि 15 सितंबर है। इससे पहले प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। 14 सितंबर तक संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक सतर्कता के साथ रहने की जरूरत है। जबकि आवश्यक न हो, तो यात्रा करने से भी बचें।
– बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र