गैरसैंण का यह दौरा बिना किसी सरकारी कार्यक्रम या विधानसभा सत्र के, इस बात का प्रतीक है कि मुख्यमंत्री धामी प्रदेश के इलाकों और दुर्गम इलाकों को लेकर न केवल सतर्कता रखते हैं, बल्कि उन्हें जिम्मेदारी भी दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी घाटी विधानसभा के विभिन्न कार्यक्रम एवं जनसंवाद के बाद बिना किसी मूर्ति एवं सुरक्षा के अचानक गैरसैंण पहुंच गये !
मुख्यमंत्री के इस तूफान के आगमन की खबर जैसे ही गैरसैंण के अधिकारियों को मिली, वे हैरान रह गए। यह इसलिए भी खास है क्योंकि राज्य गठन के बाद से अब तक किसी भी मुख्यमंत्री ने बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम या सूचना के गैरसैंण का दौरा नहीं किया है। लेकिन मुख्यमंत्री धामी का बार-बार गैरसैंण आना उनके इस क्षेत्र के प्रति विशेष अतिथि और संयोजक को दर्ज है। यह उनके नेतृत्व की समर्पित सोच और ग्राउंड स्ट्रीट्स को उत्तराख्यंत बनाता है।