Dehradun: कल होगा विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का आगाज, 6500 से अधिक डेलीगेट्स होंगे शामिल
विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो में तीन दिन इंटरनेशनल असेंबली का आयोजन किया जाएगा। केंद्रीय आयुष मंत्रालय के स्तर पर विदेशों में स्थापित आयुष चेयर के प्रतिनिधि इस असेंबली में आयुर्वेद पर विचार-विमर्श करेंगे।
उत्तराखंड में पहली बार हो रहे विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के लिए परेड ग्राउंड में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय आयुष मंत्री प्रताप राव जाधव सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन के लिए देश विदेश से आयुर्वेद विशेषज्ञ उत्तराखंड पहुंचने शुरू हो गए हैं। चार दिन तक चलने में सम्मेलन में आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने पर मंथन किया जाएगा। इसके अलावा आयुर्वेद विशेषज्ञ 600 शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे !
विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो में तीन दिन इंटरनेशनल असेंबली का आयोजन किया जाएगा। केंद्रीय आयुष मंत्रालय के स्तर पर विदेशों में स्थापित आयुष चेयर के प्रतिनिधि इस असेंबली में आयुर्वेद पर विचार-विमर्श करेंगे। इसका मकसद दुनिया के तमाम देशों में आयुर्वेद के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए रणनीति तैयार की जा सके। 12 से 14 दिसंबर तक हर दिन असेंबली का कार्यक्रम रखा गया है।
प्रमुख रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन, कनाडा, नीदरलैंड, पुर्तगाल सिंगापुर जैसे देशों में स्थापित आयुष चेयर के डेलीगेट्स असेंबली का हिस्सा होंगे। विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के लिए 6500 से अधिक डेलीगेट्स ने पंजीकरण कराया है। इसके अलावा आयुर्वेद फार्मा कंपनियों की ओर से 300 स्टॉल पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। एक्सपो में आम लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 12 आयुष क्लीनिक भी संचालित होंगी।
उत्तराखंड का सौभाग्य है कि वह आयुर्वेद के इस विश्व स्तरीय कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। आयुर्वेद के लिहाज से उत्तराखंड की धरती हमेशा से समृद्ध रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष को दुनिया भर में प्रचारित प्रसारित करने का बीड़ा उठाया है। इस आयोजन से निश्चित तौर पर हम इस दिशा में और आगे बढ़ेंगे।
– पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री