Uttarakhand: उमट्टा में मलबा गिरने से तीन घंटे बंद रही आवाजाही, छठवें दिन भी नहीं खुली हिमनी-बलाण सड़क
बदरीनाथ हाईवे पर उमट्टा नया भूस्खलन जोन बन गया है। सोमवार को बारिश से यहां भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर आ गया। वहीं, बलाण गांव को ब्लॉक मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क हिमनी-बलाण छठवें दिन भी नहीं खुल पाई। उधर, तेज बारिश के कारण सिवाई का गदेरा उफान पर आ गया जिससे बदरीनाथ हाईवे को रेलवे स्टेशन सिवाई से जोड़ने वाली अस्थायी सड़क गदेरे के उफान में बह गई।

बदरीनाथ हाईवे पर सोमवार सुबह हुई तेज बारिश से भूस्खलन जोन उमट्टा में भारी मात्रा में मलबा आ गया। ऐसे में लंगासू में ही करीब 40 वाहनों को रोक दिया गया। एनएचआईडीसीएल की मशीनों ने मलबे को हटाया और तीन घंटे बाद वाहनों की आवाजाही सुचारु हो पाई।
बदरीनाथ हाईवे पर उमट्टा नया भूस्खलन जोन बन गया है। सोमवार को बारिश से यहां भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर आ गया। थानाध्यक्ष राकेश भट्ट ने बताया कि करीब छह बजे हाईवे बंद हो गया। हाईवे बंद होने की सूचना मिलते ही लंगासू में करीब 40 वाहनों को रोक दिया गया। इसके बाद जेसीबी से मलबा हटाना शुरू किया और सुबह नौ बजे हाईवे खोल दिया गया। वहीं एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास) के प्रबंधक अंकित राणा ने बताया कि उमट्टा में लगातार मशीनें काम कर रही हैं और मलबे का निस्तारण किया जा रहा है।
सिवाई में गदेरे में उफान से बही सड़क
तेज बारिश के कारण सोमवार सुबह सिवाई का गदेरा उफान पर आ गया जिससे बदरीनाथ हाईवे को रेलवे स्टेशन सिवाई से जोड़ने वाली अस्थायी सड़क गदेरे के उफान में बह गई। अब रेलवे के अधिकारियों की ओर से गदेरे में ह्यूम पाइप डालकर सड़क बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मैक्स कंपनी के कंस्ट्रक्शन मैनेजर अनुज पांडे ने बताया कि गदेरे से लगातार पानी आ रहा है जिसको पास करने के लिए ह्यूम पाइप डाले जा रहे हैं। दो मशीनें लगातार सुबह से काम में जुटी हुई हैं।
छठवें दिन भी नहीं खुली हिमनी-बलाण सड़क
देवाल विकासखंड के बलाण गांव को ब्लॉक मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क हिमनी-बलाण छठवें दिन भी नहीं खुल पाई। वहीं रविवार रात की बारिश से देवाल-खेता सड़क भी बंद हो गई। सड़क के बंद होने से 13 से अधिक गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। ग्रामीणों ने जल्द सड़क खोलने की मांग की। वहीं गौचर-रानों सड़क मलबा आने से सोमवार को 11 घंटे बंद रही।
देवाल-खेता सड़क से मोपाटा, नलधूरा, मेलखेत, खेता, मानमती, चोटिंग, उदयपुर, नमला, हरमल, चनियाली, रामपुर, तोरती, झलिया आदि गांवों के ग्रामीण आवागमन करते हैं, लेकिन रविवार रात को सुयालकोट में पहाड़ी से मलबा गिरने से इन गांवों का यातायात बंद हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां 20 से अधिक वाहन फंसे हैं। भवानी दत्त, गणेश जोशी, रूप सिंह, उर्वी दत्त आदि ने जल्द सड़क खोलने की मांग की। वहीं लोनिवि के ईई सुनील कुमार ने बताया कि भूस्खलन क्षेत्र में मलबा हटाने का काम जारी है। वहीं गौचर से रानों और सरमोला को जोड़ने वाली सड़क करीब 12 घंटे तक बंद रही। वहीं पीएमजीएसवाई पोखरी के अवर अभियंता नंदन सिंह रावत ने बताया कि शाम चार बजे सड़क से मलबा हटाकर आवाजाही शुरू कर दी गई है।